चंडीगढ़: श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के ३५०वें प्रकाशोत्सव के संबंध में इनेलो की ओर से आज चंडीगढ़ के पास स्थित गुरुद्वारा श्री नाडा साहिब से तीन दिवसीय नगर कीर्तन प्रारंभ हुआ। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्रछाया व पांच प्यारों के नेतृत्व में शुरू किए गए इस नगर कीर्तन को च्बोले सो निहालज् के गगनभेदी नारों, फूलों की वर्षा, ढोल नगाड़ों व बैंडबाजों के साथ यहां से रवाना किया गया। नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला, अशोक अरोड़ा, जसविंदर सिंह संधू, रामपाल माजरा, सांसद चरणजीत सिंह, रामकुमार कश्यप, विधायक डॉ. रविंद्र बलियाला, रणबीर गंगवा, नसीम अहमद, जाकिर हुसैन, वेद नारंग, ओमप्रकाश गोरा, अनूप धानक, मक्खन लाल सिंगला, बलवान दौलतपुरिया, केहर सिंह रावत, पूर्व विधायक निशान सिंह, प्रदीप चौधरी, मोहम्मद इलियास, एसजीपीसी के सदस्य बलदेव सिंह कायमपुरी, बलदेव सिंह खालसा, हरभजन सिंह मसाणा, चेयरमैन अमरजीत सिंह मंगी सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता व पदाधिकारी भी इस नगर कीर्तन में शामिल हुए।नगर कीर्तन रवाना होने से पहले वहां उपस्थित संगतों को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की कुर्बानी जैसी दुनिया में कोई और मिसाल नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि गुरु जी ने देश, कौम व धर्म की खातिर अपना पूरा परिवार कुर्बान कर दिया। इनेलो नेता ने कहा कि उनकी पार्टी चाहे सत्ता में रही अथवा विपक्ष में हमेशा गुरुओं, महापुरुषों व संतों के जन्म दिवस व अन्य पर्व पूरी श्रद्धा व सत्कार से मनाती रही है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए इनेलो नेता ने सरकार पर गीता जयंती व सरस्वती महोत्सव पर प्रदेश के करोड़ों रुपए बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने गुरु गोबिंद सिंह जी के ३५०वें प्रकाशोत्सव को राज्य स्तर पर मनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए बल्कि इस बारे में पूरी तरह से अनदेखी की गई। इनेलो नेता ने कहा कि उनकी पार्टी धर्म, जाति व मजहब के नाम पर राजनीति नहीं करती और सभी धर्मों का समान आदर करती है। सरकार को भी जातपात से ऊपर उठकर प्रकाशोत्सव को बड़े स्तर पर मनाना चाहिए था।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को सिख संगतों के पटना साहिब जाने व प्रकाशोत्सव में भाग लेने के लिए व्यापक बंदोबस्त करने चाहिए थे ताकि पटना साहिब जाने के इच्छुक कोई भी संगत असमर्थ न रह सके। इनेलो नेता ने कहा कि जो संगत पटना साहिब जाना चाहेगी और इसके लिए उनकी पार्टी के लिए जो भी कोई जिम्मेदारी लगाई जाएगी उसे इनेलो पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने अपने पिछले चुनाव घोषणा पत्र में भी यह वादा किया था कि सिख संगतें जो भी ननकाना साहिब अथवा अन्य धर्मस्थलों पर जाना चाहे अथवा अन्य धर्मों के लोग अपने-अपने धर्मों के पूजनीय स्थलों की यात्रा पर जाना चाहेंगे तो इनेलो सरकार बनने पर उनके लिए हर तरह की व्यवस्था नि:शुल्क सरकार की ओर से की जाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी अब भी अपने उस वायदे पर कायम है और सरकार बनने पर इस वायदे को पूरी तरह से निभाया जाएगा। इनेलो नेताओं ने कहा कि दुनिया भर में हर वर्ग के लोग गुरु जी के प्रति भारी श्रद्धा व सत्कार रखते हैं।इससे पहले इनेलो नेताओं ने गुरुद्वारा नाडा साहिब में मत्था टेका और वहां कीर्तन सुनने के अलावा लंगर भी छका। उसके बाद बोले सो निहाल के नारों के बीच फूलों से सजी पालकी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रछाया में नगर कीर्तन प्रारंभ हुआ और इसमें सबसे पहले नगाड़े वाली गाड़ी, फिर पांच प्यारों व पांच नेजे वाले सिंह साहिबान की गाडिय़ां और फिर फूलों से सजी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की पालकी वाली गाड़ी नगर कीर्तन में शामिल थी। इसके बाद इनेलो के सभी नेताओं, विधायकों, सांसदों व पदाधिकारियों और एसजीपीसी सदस्यों की गाडिय़ां भी पालकी साहिब के पीछे-पीछे चल रही थी। चौधरी अभय चौटाला व अशोक अरोड़ा ने सिंह साहिबान को सरोपे देकर सम्मानित किया और गुरुद्वारा प्रबंधकों की ओर से इनेलो नेताओं को भी केसरिया सरोपे भेंट किए गए। इस नगर कीर्तन के दौरान कीर्तनी जत्थे, ढाडी जत्थे और अनेक सिख विद्वान व भारी संख्या में सिख संगत भी शामिल हुई। इनेलो नेताओं ने लोगों से पूरी श्रद्धा व मर्यादा बनाए रखने की अपील करते हुए लोगों से पूरे तीन दिन नगर कीर्तन में साथ रहने और सिरसा में नगर कीर्तन के समापन अवसर पर वहां डाले जाने वाले श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखण्ड पाठ साहिब के भोग में भी शामिल होने का आग्रह किया।इनेलो की ओर से श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के जीवन परिचय पर आधारित एक पुस्तिका भी प्रकाशित करवाकर लोगों में वितरित की गई ताकि नई पीढ़ी गुरु जी के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके बताए मार्ग पर चल सकें। नाडा साहिब से चलने के बाद नगर कीर्तन बरवाला, नारायणगढ़ हलके के रायवाली, पंजोखड़ा साहिब, बलदेव नगर अम्बाला, अम्बाला छावनी, मोड़ा चौक अम्बाला, शाहबाद, मीरीपीरी खालसा स्कूल और पिपली होते हुए आज शाम कुरुक्षेत्र पहुंचकर वहां रात्रि विश्राम करेगा। कल सुबह नगर कीर्तन कुरुक्षेत्र से होकर पेहवा, चीका-सीवन, कैथल, धनौरी, धमतान साहिब, टोहाना, जमालपुर, अक्कांवाली, कुल्लां, चीमो से होते हुए रतिया पहुंचेगा और रविवार को रतिया से चलकर फतेहाबाद, दरियापुर, डिंगमोड़ से सिरसा के लिए रवाना होगा। नगर कीर्तन के रास्ते में सडक़ों पर दोनों ओर संगतों ने लाइन लगाकर नगर कीर्तन का स्वागत कियाऔर श्री गुरु ग्रंथ साहिब को मात्था टेगा।